NAVYA Yojana 2025: मोदी सरकार ने देश की बेटियों को आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है, जिसका नाम है NAVYA Yojana (नव्या योजना)। इस योजना का उद्देश्य है कि देश की 10वीं पास किशोरी बालिकाओं को गैर-परंपरागत क्षेत्रों में वोकेशनल ट्रेनिंग देकर उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जाए। तो क्या है NAVYA Yojana और कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ आईये इस आर्टिकल में विस्तार से जानते है।
नव्या योजना क्या है?
NAVYA Yojana का पूरा नाम है — Nurturing Aspirations through Vocational Training for Young Adolescent Girls। यह एक संयुक्त पायलट प्रोजेक्ट है जिसे कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MWCD) ने मिलकर तैयार किया है। योजना का मुख्य लक्ष्य है 16 से 18 वर्ष की किशोरियों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसरों के लिए सशक्त बनाना।
इस पहल के तहत, लड़कियों को ऐसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा जिन्हें अब तक लड़कों के लिए उपयुक्त समझा जाता था, जैसे – तकनीकी कौशल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, ऑटोमोबाइल, ड्रोन ऑपरेशन आदि। सरकार का मकसद है कि बेटियां इन क्षेत्रों में भी आगे आएं और समाज में एक नया उदाहरण पेश करें।
NAVYA Yojana 2025 Overview
विवरण | जानकारी |
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योजना का नाम | नव्या योजना (NAVYA Yojana) |
शुरूआत की तारीख | 24 जून 2025 |
लागू करने वाले मंत्रालय | कौशल विकास और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
लक्षित आयु | 16 से 18 वर्ष की किशोरियां |
योग्यता | न्यूनतम 10वीं पास |
प्रारंभिक जिले | 27 ज़िले, खासकर पूर्वोत्तर व आकांक्षी क्षेत्र |
ट्रेनिंग अवधि | लगभग 7 घंटे का मॉड्यूल |
लाभ | रोजगार/स्वरोजगार के लिए तैयार करना |
27 जिलों में हो रही है NAVYA Yojana शुरु
इस योजना की शुरुआत 24 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से हुई है और फिलहाल इसे 27 जिलों में लागू किया जा रहा है। खासतौर पर यह योजना उत्तर-पूर्वी राज्यों और आकांक्षी जिलों पर केंद्रित है, जहां लड़कियों की शिक्षा और रोजगार के अवसर अपेक्षाकृत कम हैं।
किस तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी?
नव्या योजना के तहत करीब 7 घंटे का एक विशेष ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार किया गया है। यह प्रशिक्षण किशोरियों को न केवल तकनीकी कौशल सिखाएगा बल्कि उनमें आत्मविश्वास, नेतृत्व और निर्णय लेने की क्षमता भी विकसित करेगा। प्रशिक्षण के दौरान लड़कियों को यह भी बताया जाएगा कि भविष्य में वे कैसे अपने हुनर के दम पर स्वरोजगार शुरू कर सकती हैं या सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर आगे बढ़ सकती हैं। इसके अलावा, उन्हें प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे जिससे उन्हें आगे नौकरी या प्रशिक्षण संस्थानों में लाभ मिल सके।
बेटियों की सोच को मिलेगा नया आयाम
अब तक समाज में यह धारणा रही है कि तकनीकी या गैर-परंपरागत क्षेत्रों में लड़कियां नहीं जातीं, लेकिन सरकार की यह योजना उन सारी सोचों को बदलने की दिशा में एक मजबूत कदम है। खास बात यह है कि नव्या योजना सिर्फ स्किल ट्रेनिंग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सोच को बदलने का माध्यम भी है – कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।
बेटियों के सपनों को मिलेगी दिशा
यह योजना प्रधानमंत्री मोदी के “विकसित भारत @2047” विजन के तहत चलाई जा रही है, जहां हर वर्ग को शिक्षा, कौशल और अवसर के जरिए मजबूत बनाया जाना है। नव्या योजना उसी सोच का एक अहम हिस्सा है, जो भारत की बेटियों को भविष्य के लिए तैयार कर रही है। अगर यह योजना अपने लक्ष्य में सफल होती है, तो लाखों किशोरियां सिर्फ शिक्षित ही नहीं बल्कि आत्मनिर्भर और सशक्त भी बनेंगी। सरकार आने वाले समय में इस योजना को और भी ज्यादा जिलों में विस्तार देने की योजना बना रही है।
कहां से मिलेगी योजना की जानकारी?
जो भी लड़कियां या उनके परिवार इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, वे आंगनबाड़ी केंद्र, सरकारी स्कूलों, महिला एवं बाल विकास विभाग या जिला कौशल विकास कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। प्रशिक्षण पूरी तरह से निःशुल्क है और सरकार द्वारा संचालित अधिकृत संस्थानों में ही दिया जाएगा। इस तरह, नव्या योजना देश की बेटियों को न केवल हुनरमंद बना रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर भी अग्रसर कर रही है।